विवरण: धूप और समुद्र में भीगे हुए, अवरोधों की झड़ी, वासना से भरपूर मुठभेड़ें सामने आती हैं। भावुक जोड़े आपस में जुड़ते हैं, चुभती हुई आंखों से बेखबर होते हैं। लहरें दुर्घटनाग्रस्त हो जाती हैं, परमानंद की सिसकारियां डूब जाती हैं। सहवास के बाद का आनंद, सुनहरे आकाश के नीचे बेसिंग, केवल पैरों के निशान पीछे छोड़ देता है।